सुबह की एक राष्ट्रीय खबर ने खुश कर दिया जब गरम कॉफ़ी क साथ मेने पढ़ा
"इलाहाबाद के हाई कोर्ट ने सभी नेताओ, VIP, एवम् सरकारी व्यक्तियों को आदेश दिया की वे अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाये ताकि स्कूलों का स्तर बढ़ सके नहीं तो उनके वेतनमान से प्राइवेट स्कूलों के बराबर फीस काटकर सरकारी खजाने में जमा करा दी जायगी"
क्या यह एक शुरुआत है सरकारी ढांचे का स्तर बढ़ाने का या कोई खेल है जिसे नेता और कोर्ट खेल रहे है यह दिखाने के लिए की वे कितने जिम्मेदार है या मKइ इन इंडिया का जादू .....
अगर ऐसा होता है तो यह एक शुरुआत होगी उस दौर की जब हम GOVT. Property को अपनी property समझेंगे और उसकी respect करेंगे तब हम बिंदास ट्रेनों में, सरकारी स्कूलों में, पार्कों में, घूमेंगे ।
मैं तो यही चाहूँगा यह योजना अन्य योजनाओ जैसे सिर्फ योजना न हो एक वादा हो जो सरकार पूरा करें खुद के लिए और हमारे लिए।
धन्यवाद
जय जिनेन्द्र
जय हिन्द
सरकारी ऑफर
Thursday, August 20, 2015
शिक्षा ने दिखाई शिक्षा की राह
Friday, June 12, 2015
सरकारी घोषणाये आम आदमी की जेब पर भरी ..............
नमस्कार,
चुनाव आते ही चारो तरफ मनमोहिनी घोषणाये सुनाई देती है चाहे पानी हो या सड़क, बिजली हो या राशन, कम्पुटर हो या बाइक,
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